खुशरूपुर मामले को लेकर राज्यपाल ने DGP-कमिश्नर से की बात, पीड़िता को उचित मुआवजा देने का निर्देश

खुशरूपुर मामले को लेकर राज्यपाल ने DGP-कमिश्नर से की बात, पीड़िता को उचित मुआवजा देने का निर्देश

PATNA: महज 1500 रुपये की खातिर खुशरूपुर में दबंगों ने महादलित महिला को निर्वस्त्र कर पीटा था और अमानवीय व्यवहार किया था। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि 4 अन्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। खुशरूपुर में हुई इस घटना की जानकारी राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने बिहार के पुलिस महानिदेशक और विकास आयुक्त से ली और पीड़ित महिला को उचित मुआवजा देने का आदेश दिया। 


बता दें कि इससे पूर्व राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने नीतीश सरकार को नोटिस भेजा था। राज्य सरकार से चार सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है। आयोग ने अपने ट्वीटर हैंडल एक्स पर इस बात की जानकारी दी है। आयोग ने इस घटना का स्वत: संज्ञान लिया है। आयोग ने इसे महिला के मानवाधिकार हनन का मामला बताया है। बिहार के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को इसे लेकर नोटिस जारी करते हुए चार हफ्ते में जानकारी मांगी है। 


उधर खुशरूपुर कांड में पटना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। मुख्य आरोपी प्रमोद सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि महज 1500 रुपये की खातिर दबंगों ने महादलित महिला को निर्वस्त्र कर पीटा गया था और अमानवीय व्यवहार किया गया था। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि 4 अन्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्तर से बाहर है।


राजधानी पटना से सटे खुसरूपुर में दलित महिला के साथ दबंगों ने दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी थी। 23 सितंबर की रात महादलित महिला का पहले अपहरण किया गया फिर उसके कपड़े उतार दिए गए। उसके साथ बेरहमी से मारपीट की गई और उसके शरीर पर पेशाब किया गया। आरोपियों की पहचान प्रमोद सिंह और उसके बेटे अंशू सिंह के रूप में हुई थी। घटना के बाद दोनों फरार हो गये। 


पटना ग्रामीण एसपी सैयद इमरान मसूद ने मीडिया को इस बात की जानकारी देते हुए कहा था कि खुशरुपुर कांड के मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान प्रमोद सिंह के रूप में हुई है। जबकि उसका बेटा अंशू सिंह सहित 4 आरोपियों की गिरफ्तारी अभी नहीं हो पाई है। सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। 


एसपी ने दावा किया है कि अन्य आरोपी भी जल्द सलाखों के पीछे होंगे। उन्होंने बताया कि जब मुख्य आरोपी प्रमोद सिंह से पूछताछ की गयी तो उसने मारपीट की बात स्वीकार किया लेकिन पेशाब पिलाने की बात झूठा बताया। महिला को बाप-बेटे ने मिलकर मारा था। बाप-बेटे सूद पर पैसे लगाता है। महिला के पति को प्रमोद सिंह ने 15 हजार रुपया सूद पर दिया था। पैसे नहीं चुकाने को लेकर विवाद चल रहा था। इसी को लेकर इन लोगों ने महिला की पिटाई की थी। फिलहाल पूरे मामले की छानबीन जारी है।