कैंसर पीड़ित पिता की इच्छा से बेटे का हुआ विवाह, लोगों ने ताली व शंख बजाकर किया स्वागत
5/2/2020 12:09:44 PM
इंदौर (गौरव कंछल): कोरोना माहमारी के कारण देश में लगे लॉक डॉउन के चलते सारे काम थम से गए हैं। कहीं कोई आयोजन, या कोई विवाह देखने को नहीं मिल रहा है। ऐसी स्थिति में न चलने फिरने व न हिलने डुलने में सक्षम इंदौर जिले के गौतमपुरा नगर के एक पिता जो कैंसर की भयानक बीमारी से जूझ रहे हैं, उन्होंने ने प्रशासन से निवेदन किया कि मेरी इच्छा है मैं अपने बेटे आयुष चौहान की शादी देख सकूं साथ ही आयुष की 85 वर्षीय दादी भी चल फिर नहीं सकती, उनकी भी इच्छा अपने पोते को दूल्हा बनना देखना चाहती हैं।
दोनों की इच्छा के बाद आयुष और बबली की शादी की फिक्स हुई, और दोनों परिवारों ने नायब तहसीलदार जितेंद्र वर्मा, नगर परिषद CMO नागेन्द्रराय कानूनगो को परिस्थिति से अवगत कराया और परमिशन के लिए आवेदन किया। विवाह समारोह के लिए चामुंडा माता मंदिर में 5 लोगो को परमिशन दी गई। इस विवाह में पंडित विकास बैरागी ने विधि विधान से फेरे व अन्य रस्म अदा करवाई। विवाह के आयोजन से पहले नगर परिषद ने मंदिर को पूरी तरह सेनेटाइज करवाया, सभी ने मास्क पहन कर शादी में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया। आशीर्वाद के रूप में नायब तहसीलदार जितेंद्र वर्मा व नगर परिषद CMO नागेन्द्रराय कानूनगो ने लिफाफे के साथ मास्क व हैंड ग्लब्स दूल्हा-दुल्हन को भेंट किए।
शादी के बाद मंदिर से दूल्हा-दुल्हन अपने घर गए तो, मोहल्ले वासियों ने अपने घरों की छत से दूल्हा दुल्हन का ताली, शंख और घंटी बजाकर स्वागत किया। साथ ही अक्षत फूलों की वर्षा कर नई नवेली दुल्हन व दूल्हे को आशीर्वाद दिया। लॉक डॉउन के चलते क्षेत्र की यह शादी ऐतिहासिक बन गई। दूल्हा-दुल्हन ने जब घर पहुंच कर अपनी दादी व कैंसर पीड़ित पिता के चरण वंदन किये। तो खुशी से उनकी आंखें भर आईं। कोरोना के दौर में आयूष और बबली की शादी नगर के इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गई है। इस छोटे और अनोखे आयोजन के चर्चे पूरे जिले में हो रहे हैं।